Wednesday, December 29, 2010

'ईश्क का मंजन' गीत का भावार्थ

प्रस्तुत मादक गीत हिन्दी सिनेमा जगत की आने वाली बहुचर्चित फिल्म 'यमला पगला दीवाना' से उद्धृत है. इसमें एक युवा स्त्री के प्रेम त्रिकोण को दर्शाया गया है. एक कोण पर वह खुद है, दूसरे कोण पर एक वृद्ध आशिक और तीसरे कोण पर वृद्धावस्था की ओर अग्रसर उसके दो बेटे हैं. 


O le gayi, le gayi, le gayi 
are baap ri, dilon ki saakhri 
zindagi le zin, karle tu jhim jhim 
maar ki chalti jaaye, dil kare haaye haaye 
jawan kar dil chali kyun kar ke tu bye bye 
garam garam tu jali jali, nari patakha kahan chali

गीत की शुरुआत किसी भी अन्य आयटम गीत की तरह होती है. दर्जनों छिछोरे एक युवा स्त्री के चारों ओर मधुमक्खियों की तरह भिनभिना रहे हैं और उसके सौंदर्य का वर्णन अपनी भाषा में कर रहे हैं. वो भांति-भांति के शब्दों से अपनी भावोदशा के बारे में भी बता रहे हैं. जब वो 'गरम गरम तू जली जली' शब्दों का प्रयोग करते हैं तो बोध होता है वो किसी ढाबे में काम करने वाले युवक हैं. 



pal pal na maane tinku jiya, haan tinku jiya 
ishq ka manjan ghise hai piya 
pal pal na maane tinku jiya, haan tinku jiya 
ishq ka manjan ghise hai piya

अब नायिका उस वृद्ध पुरुष के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करती है जो भीड़ के मध्य युवा दिखने की कोशिश कर रहा है. वो उस पुरुष के दिल को 'टिंकू जिया' कहकर पुकारती है. गौरतलब यह कि टिंकू छोटे बच्चों का नाम होता है. अर्थात उस बुजुर्ग का दिल अभी भी उम्र में छोटा है. जब यह टिंकू जिया अपनी आदतों से बाज नहीं आता तो वह सम्माननीय वृद्ध ईश्क का मंजन घिसते हैं. शायद यह कहकर नायिका उनके नक़ली  दाँतों की ओर इशारा करना चाहती है. 



sar pe masti chadhi, main deewana ho gaya 
jawani ka mehnga khazana ho gaya 
kaali aankhon se kitna hungama ho gaya 
jab jab dekhe tujhe tinku jiya, tinku jiya 
ishq ka engine jalaye jiya 
pal pal na maane tinku jiya, haan tinku jiya 
ishq ka manjan ghise hai piya

अब वह वृद्ध पुरुष अपनी दशा का वर्णन करते हैं. साथ में दोनों बेटे भी सहयोग करते हैं. पिता और पुत्रों के मध्य यह आपसी सहयोग की भावना हमें महाभारत के भीष्म पितामह की याद दिलाती है जिन्होंने पिता शांतनु के युवा सत्यवती के प्रति प्रेम के कारण आजीवन ब्रह्मचारी रहने की प्रतिज्ञा की थी. पर यहाँ स्थिति थोड़ी विपरीत है. उन दो बेटों की ब्रह्मचर्य में बिलकुल भी रूचि नहीं दिखती. वो तो पिता के साथ-साथ नायिका के प्रेम में अपने हिस्से की कामना करते दिखते हैं. 



are o dum dum, paaon mein tham tham 
dhadhakta jaaye dil dhana dhan dham dham 
are o chikni, are o item 
are o beautiful, main bhi hoon handsome

पुनः वो दर्जनों छिछोरे युवक नायिका के प्रति अपने सम्मान का प्रदर्शन करते हैं. वो उसे चिकनी, आयटम और ब्यूटीफुल कहने के साथ-साथ खुद को हैंडसम कहना नहीं भूलते. इससे पता चलता है देश में दर्पणों का कितना बड़ा अकाल है. 



tinku hamara cinema ka deewana 
zor zor se gaaye gaana, zor zor se gaana 
tinku hamara cinema ka deewana 
zor zor se gaaye gaana, zor zor se gaana 
aisi villon jaisi baatein na kar 
ban ja heroin dhadhka de jiya 
joban pe daala hai taala piya, haan taala piya 
ishq ka manjan ghise hai piya 
pal pal na maane tinku jiya, haan tinku jiya 
ishq ka manjan ghise hai piya

अब नायिका वृद्ध पुरुषों में आये परिवर्तनों की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करती है. वह  बुजुर्ग सिनेमा के प्रेमपूर्ण  गीत गाकर  अपने खो  चुके यौवन को फिर से पाने की चेष्टा कर रहे हैं. इससे आहत पिता-पुत्र पलटकर जवाब देते हैं. वो बोलते हैं कि  नायिका का यह व्यवहार खलनायिका जैसा है. सदियों से होता आया है कि जब स्त्री पुरुष के प्रति बदले में प्रेम नहीं दिखाती तो पुरुष उसकी छवि बिगाड़ने की  कोशिश करते हैं. 



teekhi ki nazar aur qaatil adaayein 
saanjh range kone mein bulaayein 
teekhi ki nazar aur qaatil adaayein 
saanjh range kone mein bulaayein 
kone mein ek baar aa kar to dekh 
chilla ke bolegi, love you piya 
gappon ki baandhe tu kyun puliya, tu kyun puliya 
ishq ka manjan ghise hai piya 
pal pal na maane tinku jiya, haan tinku jiya 
ishq ka manjan ghise hai piya 

अगली पंक्तियों का सौंदर्य देखते ही बनता है. नायिका बताती है कि वो उनकी असली मंशा भांप चुकी है. प्रेम के मुखौटे के पीछे छुपा वासना का दानव अब उसके सामने आ चुका है. इसकी प्रतिक्रया में वो पुरुष अपनी पुरानी आदत के अनुसार अपनी यौन शक्ति के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करने लगते हैं. पर नायिका अनुभवी है. वो उन्हें कड़वे शब्दों में बताती  है कि इन डींगों का उसपर असर नहीं  पड़ने वाला. 



sar pe masti chadhi, main deewana ho gaya 
jawani ka mehnga khazana ho gaya 
kaali aankhon se kitna hungama ho gaya 
jab jab dekhe tujhe tinku jiya, tinku jiya 
ishq ka engine jalaye jiya 
pal pal na maane tinku jiya, haan tinku jiya 
ishq ka manjan ghise hai piya 
pal pal na maane tinku jiya, haan tinku jiya 
ishq ka manjan ghise hai piya 
joban pe daala hai taala piya, haan taala piya 
ishq ka manjan ghise hai piya

नायिका के स्पष्ट बयान से वृद्ध पुरुष और वृद्धावस्था की ओर अग्रसर उसके पुत्र धरातल पर आ जाते हैं. वो पुनः अपने प्रेम की दुहाई देने लगते हैं. वो यह भी स्वीकार करते हैं कि वो अब जवानी का खज़ाना खो चुके हैं. पुरुष का बलशाली अहम् नारी के एक कटु शब्द के सामने चारों खाने चित्त हो जाता है. परन्तु नायिका अपना पुराना राग अलापती रहती है. वो उनके बुढापे की ओर इशारा करना नहीं भूलती.

यह लोकप्रिय गीत हमें इस बात से अवगत कराता है  कि उम्र के साथ पुरुषों की काम-भावना और युवा होती जाती है. गुलज़ार द्वारा लिखा 'दिल तो बच्चा है जी' और पुरानी फिल्म 'उम्र पचपन की दिल बचपन का' भी इसी बात पर प्रकाश डालते हैं. अंग्रेज़ी में भी कहा गया है - Men turn naughty at forty. ऐसे में युवा स्त्रियों का कर्त्तव्य बनता है कि वो उम्रदराज़ पुरुषों को उनकी उम्र का अहसास कराना ना भूले. 

All that glitters...

Thursday, December 16, 2010

'मुन्नी बदनाम हुई' गीत की सप्रसंग व्याख्या

प्रस्तुत उत्तेजक गीत हिन्दी फिल्म जगत की सुपरहिट कृति और सर्वप्रिय चलचित्र 'दबंग' से लिया गया है. इसकी पंक्तियाँ एक नर्तकी की सामान्य जीवन से बदनाम जीवन तक की रोचक यात्रा का बड़ा ही मनभावन चित्रण करती हैं. नर्तकी अपने प्रेमी को अपनी इस दशा का कारण बताती है और अपने आस-पास शराबी पुरुष-मित्रों को अपनी व्यथा सुनाती है. 

Munni badnaam hui, darling tere liye - 3 times
Munni ke gaal gulabi, nain sharabi, chaal nawabi re
Le zandu balm hui, darling tere liye
Munni badnaam hui, darling tere liye
Munni ke gaal gulabi, nain sharabi, chaal nawabi re
Le zandu balm hui, darling tere liye - 2 times
Munni badnaam hui, darling tere liye - 2 times 

'मुन्नी बदनाम हुई, डार्लिंग तेरे लिए' -- पहली पंक्ति बहुत ही महत्त्वपूर्ण है. हमारे कई बुद्धिजीवी मित्र इसे एक छिछोरे गीत की एक भोंडी पंक्ति कहकर इसका तिरस्कार करना चाहेंगे. परन्तु वो यह भूल रहे हैं कि इस छोटी पंक्ति में मुन्नी के मनोविज्ञान का सार-तत्त्व छुपा है; पूरी श्रीमदभागवतगीता जितना ज्ञान छुपा है. श्रोता अगर ध्यान दें तो पायेंगे कि मुन्नी अपनी बदनामी से बिलकुल भी दुखी नहीं है. अब ज़ाहिर बात है कि कोई भी स्त्री अपना दुःख छोटे कपडे पहनकर और दर्जनों शराबी मित्रों  के साथ नाचकर व्यक्त नहीं करेगी. दरअसल मुन्नी अपनी बदनामी का उत्सव मना रही है. पर अपनी बदनामी का उत्तरदायित्त्व अपने प्रेमी अर्थात डार्लिंग पर मढ़ रही है. 

गौरमतलब यह कि मुन्नी बदनाम तो होना चाहती है पर इसका दोष खुद पर लेना नहीं चाहती. आपने कई बार समाचारपत्रों में पढ़ा होगा कि कुछ लड़कियां अपने पुरुष मित्रों के साथ यौन संसर्ग का आनंद उठाकर बाद में यह बयान देती हैं कि पुरुष ने ही उन्हें बहलाया फुसलाया और कुमार्ग पर प्रेरित किया. ये सारी घटनाएं उसी मनोविज्ञान का रहस्य उजागर करती हैं. कई स्त्रियाँ समाज द्वारा प्रतिबंधित सुखों का अनुभव तो करना चाहती हैं, पर जिम्मेवारी स्वीकार नहीं करना चाहतीं. जैसे मधुमेह (डायबिटीज) का मरीज यह शिकायत करे कि मिठाई उसके मुंह में जबरदस्ती डाल दी गयी है.    

'मुन्नी के गाल गुलाबी, नैन शराबी, चाल नवाबी रे' -- अब मुन्नी अपनी शारीरिक दशा का चित्रण करती है. 'मुन्नी के गाल गुलाबी' - ध्यान रहे उसके गाल बदनामी से आई शर्म से गुलाबी नहीं हो रहे. यह तो गर्व और आत्म-सम्मान की प्रचुरता से ऐसा रंग दिखा रहे हैं. 'नैन शराबी' - बदनामी से मिल रही लोकप्रियता से उसकी आँखों में अहंकार का नशा आ गया है. 'चाल नवाबी' - अब स्पष्ट है कि चलने-फिरने में राजाओं जैसी शान तो आ ही जायेगी जब दर्जनों प्रेमी प्रेम की अभिलाषा लिए चारों ओर स्वामिभक्त कुत्तों की तरह चक्कर लगा रहे हों. 

''ले झंडू बाम हुई, डार्लिंग तेरे लिए' - फिर से एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण पंक्ति. हमारे मार्केटिंग और सेल्स प्रोमोशन के मित्र इस पंक्ति को यह कहकर खारिज करेंगे कि मुन्नी सिरदर्द की औषधि  का विज्ञापन कर रही है. पर हम यदि इस वाक्य की गहराई में जायेंगे तो समझेंगे कि मुन्नी कुछ और ही कहना चाह रही है. हम सभी जानते हैं कि झंडू बाम से सिरदर्द दूर नहीं भागता. दरअसल बाम हमारी त्वचा पर इतनी तीव्र संवेदना उत्पन्न करता है कि हमें सिरदर्द का अहसास नहीं होता. ठीक इसी तरह मुन्नी का यौवन मर्दों के दिलों में इतनी तीव्र वासना उत्पन्न करता है कि वो घर-परिवार, बीवी, बच्चे, नौकरी आदि सभी के प्रति जिम्मेवारी भूल जाते हैं. 


Shilpa sa figure Bebo si adaa, Bebo si adaa
Shilpa sa figure Bebo si adaa, Bebo si adaa
Hai mere jhatke mein filmi mazaa re filmi mazaa

आगे की पंक्तियों में मुन्नी पर बौलीवुड की देवियों का प्रभाव स्पष्ट झलकता है.  वह अपनी शारीरिक संरचना और अदाओं की तुलना शिल्पा और बेबो से करती है. शायद वो बचपन में एक सिने तारिका बनने का स्वप्न देखती थी. पर किस्मत ने उसे उत्तर प्रदेश की एक बदनाम गली में शराबियों के साथ नाचने को मजबूर कर दिया. यही फर्क होता है पांच सितारा होटल में नाचने और एक छोटे कसबे में नाचने का. पहली को सम्मान मिलता है तो दूसरी होती है बदनाम. 


Haye tu na jaane mere nakhre ve
Haye tu na jaane mere nakhre ve laakhon rupaiya udaa
Ve main taksaal hui, darling tere liye
Cinema hall hui, darling tere liye
Munni badnaam hui, darling tere liye - 2 times

तत्पश्चात  मुन्नी अपनी बदनामी का आर्थिक प्रभाव बतलाती है. वो बोलती है कि वो टकसाल हो गयी है, सिनेमा हॉल हो गयी है. उसके नखरों के कारण लोग उस पर लाखों रुपये उड़ा रहे है. यह पंक्तियाँ  हमें उन त्यागी पुरुषों की याद दिलाती हैं जिन्होंने सुन्दर स्त्रियों पर पूरी संपत्ति का बलिदान कर दिया. पर बदले में एक मुस्कान या 'सिर्फ दोस्त' के खिताब के अलावा कुछ और नहीं पाया. धन्य है यह सृष्टि और इसका पुरुषों पर क्रूर मज़ाक. 


O munni re, o munni re
Tera gali gali mein charcha re
Hai jama ishq da ishq da parcha re
Jama ishq da ishq da parcha re
O munni re

अब हमारे शराबी और ठरकी पुरुष अपनी बात रखते हैं. वो मुन्नी की इज्ज़तअफजाई में उसका नाम कई बार पुकारते हैं और कहते हैं उसका नाम हर जुबां पर है. सोचते हैं यह सुनकर मुन्नी खुश हो जायेगी और उनकी तरक्की 'प्रशंसक' से 'बॉयफ्रेंड' तक कर देगी. फिर वो भरे हुए गले से अपील करते हैं कि उन्होंने मुन्नी के प्रेम के लिए अपना आवेदन पत्र  डाल रखा है. कितने भोले हैं वो! उन्हें नही पता कि उनकी किस्मत में कतार में खडा होना ही लिखा है. मुन्नी को पाने का उनका स्वप्न उनकी आँखों में ही अपनी चिता को स्वयं अग्नि देगा. 


Kaise anaari se paala pada ji paala pada
Ho kaise anaari se paala pada ji paala pada
Bina rupaiye ke aake khada mere peechay pada
Popat na jaane mere peechay woh Saifu
(haye haye maar hi daalogi kya)
Popat na jaane mere peechay Saifu se leke Lambhu khada

अब मुन्नी उन पुरुषों का मज़ाक उडाती है जो बिना पैसों के उसे पाने की इच्छा रखते हैं. मुन्नी के व्यक्तित्व का क्रूर पक्ष सामने आता है. वो मानती है कि गरीब पुरुष को वासना का अधिकार नहीं है. सच है, जब नारी का मन कठोर हो जाता है तो उसकी कोई सीमा नहीं होती. 


Item yeh aam hui, darling tere liye
Item yeh aam hui, darling tere liye
Munni badnaam hui, darling tere liye

इसके बाद मुन्नी फिर से आत्म-चिंतन करने लगती है. वह बोलती है कि उसकी हालत सार्वजनिक संपत्ति जैसी हो गयी है. एक पल पहले वो अहंकार से भरकर गरीब की वासना का मजाक उड़ा रही थी. एक पल बाद अपनी हालत पर विचार रही है. बड़ा ही गतिशील मन है उसका. 


Hai tujh mein poori botal ka nasha, botal ka nasha
Hai tujh mein poori botal ka nasha, botal ka नशा

अब मर्द पुनः मुन्नी की प्रशंसा में जुट जाते हैं. सफलता की चाह में मनुष्य प्रयत्न करता ही जाता है. वो कहते हैं मुन्नी में पूरी बोतल का नशा है. वो मुन्नी की तुलना मदिरा से करते हैं. सदियों से मर्द सुरा और सुन्दरी को एक तराजू में तोलते आये हैं. पुरानी फितरत है. 


Kar de budaape ko kar de jawan re kar de jawan

फिर वो कहते हैं की मुन्नी बुड्ढों में भी जोश ला देती है. यहाँ वो यह भूल जाते हैं कि कई बुड्ढों में पहले से ही काफी जोश होता है. जवानी की अतृप्त इच्छाएं उनके सफ़ेद बालों में गिलहरी की तरह फुदकती रहती हैं. मुन्नी ना भी होती तो उनकी काम भावना उतने ही उबाल पे होती. 

Honthon pe gaali teri aankhein dulaali, haye
Honthon pe gaali teri aankhein dulaali re de hai jiya
Tu item bomb hui, darling tere liye
Munni badnaam hui, darling mere liye - 2 times

फिर वो मर्द प्रेमी कहते हैं कि मुन्नी के ओठों पे गाली और आँखें दुलाली हैं. सुन्दर स्त्री के ओठों पे गाली पुरुषों के लिए हमेशा कामोत्तेजक का काम करती रही  है. रही बात आँखों की तो मेरा मंतव्य है कि दुलाली की जगह 'दुनाली' शब्द का प्रयोग अधिक उत्तम होता. दुनाली से मुन्नी की मारक क्षमता का पता चलता है. 
फिर वे मर्द 'आइटम बम' शब्द का प्रयोग करते हैं. सुन्दर, अतिसुन्दर! उन्होंने मुन्नी को आइटम भी बना दिया और उसकी एटम बम जैसी शक्ति का अहसास भी दिला दिया. 


Munni ke gaal gulabi, nain sharabi, chaal nawabi re
Le zandu balm hui, darling tere liye
Munni badnaam hui, darling tere liye
Baat yeh aam hui, darling tere liye
Be-Hindustan hui, darling tere liye
Amiya se aam hui, darling mere liye
Le zandu balm hui, darling mere liye
Cinema hall hui, tere tere tere liye
Aale badnaam hui haanji haan tere liye
Le sareaam hui, darling tere liye
Darling tere liye - 3 times

अब मुन्नी के आख़िरी शब्द आते हैं. वो फिर से दुहराती है कि वो सार्वजनिक संपत्ति की तरह हो गयी है. वो कहती है कि वो अमिया से आम हो गयी है. दिल छू ले वाला वाक्य है ये. वो यहाँ एक साथ कई बातें कहती है. पहली यह कि वो अब बड़ी हो गयी है. दूसरी यह कि उसमे खट्टापन की जगह मिठास आ गया है. तीसरी यह कि फलों में राजा आम की तरह उसका भी वर्चस्व शाही है. फिर इन्ही शब्दों के साथ मुन्नी अपनी 'बदनाम कथा' का समापन करती है. 

यह मधुर गीत सामाजिक परिपेक्ष्य से महत्त्वपूर्ण है क्यूंकि यह कई नारियों में आ रहे महत्त्वपूर्ण बदलाव की ओर संकेत करता है. नारियों का एक बड़ा वर्ग सभ्य, सुशील गृहिणी तथा बुजुर्गों की आँखों का तारा नहीं बनाना चाहता. वह कुदरत की उन नेमतों का आनंद उठाना चाहता है जिनका पुरुष ने मनमौजी उपभोग किया है पर नारी के लिए वर्जित बना रखा है. स्त्रियों का यह बर्ताव किसी की नज़र में बेशर्मी है तो किसी की नज़र में आज़ादी. पर एक बात तो तय है. अभी भी वे नारियां ज़िन्म्मेवारी नहीं लेना चाहती. मज़े लेना चाहती हैं, जिम्मेवारी नहीं लेना चाहतीं. 

Tuesday, December 14, 2010

Munni writes to her secret Darling


Darling,

Millions responded to my superhit song. But you never did. People think I sang this song for that stupid ‘thulla’ - Pandey. What the fish! I sang it for you.

But this song didn’t help. You hardly cared. You are sophisticated, drink imported wine, curse with f–starters and think Bollywood is crap. I can understand. It happens with people who watch Hollywood movies with subtitles and listen to some yellow-haired American with a guitar. 

You also read somewhere that the biggest sexual organ is brain. And you kept quoting it to me. If it were true, all the sexy sirens must be going for brain implants, not the breast ones. But I can understand. When a man doesn’t get a female with a great body, he pretends to be looking for someone with a great brain.

Anyway, I tried to develop my brain. It was a great challenge because to develop something first you have to find it. After a long search I found mine. It was small but much bigger than people with an intellectual bent of mind like you do have.

After some brain development, I realized brain doesn’t matter. It’s just what you speak in MTV English with every sentence starting and ending with f**k that matters. People think you are highly educated and do have great thoughts. They take you seriously.

So, I have decided to seduce you in English. I am sending the lyrics in English. I have translated them myself. I hope you will understand my emotions and ignore grammatical errors. (I know you are an intellectual fart looking for such errors to feel better.)

 ***
Munni became a bad girl, darling for you – 3 times
Munni has pink cheeks, boozy eyes and royal style
She became Zandu balm, darling for you
Munni became a bad girl, darling for you
Munni has pink cheeks, boozy eyes and royal style
She became Zandu balm, darling for you – 2 times
Munni became a bad girl, darling for you – 2 times

Shilpa’s curves, I’ve Bebo’s style
Shilpa’s curves, I’ve Bebo’s style
In my pelvic jerks there is filmi spice
Oh you don’t know my tantrums
Ah you don’t know my tantrums can pump millions
She became an ATM, darling for you
She became a PVR, darling for you
Munni became a bad girl, darling for you – 2 times

Munni Hey, Hey Hey Munni
You are on every f***ing head, My Munni
My love has applied for your seduction
I am just waiting for your reaction
Hey Hey Munni

What a dumbass you are, my rocket 
Oh, what a dumbass you are, my rocket
You think you can have me with an empty pocket
You don’t know so many are after my melons
(Oh my my, kill me softly)
You don’t know they will kill to touch my hot socket
She became an STD booth, darling for you
She became an STD booth, darling for you
Munni became a bad girl, darling for you

You smell like an imported wine, imported wine
You smell like an imported wine, imported wine
You act like Viagra for old uncles, for old uncles
Curses on your lips give me epileptic fits
Curses on your lips give me epileptic fits ho ho

She became an item bomb, darling for you
Munni became a bad girl, darling for you – 2 times
Munni has pink cheeks, boozy and royal style
She became Zandu balm, darling for you
Munni became a bad girl, darling for you
She became a common property, darling for you
She became a used condom, darling for you
She became mango from woman, darling for you
She became Zandu balm, darling for you
She became a hole in heart, darling for you
She became a dirty name, for you for you
She became a doormat, darling for you
Darling for you – 3 times


Please tell me if this song aroused some emotions in you. I am waiting for you with my Zandu balm.

Your moon
- Munni

Sunday, December 12, 2010

'शीला की जवानी' गीत का भावार्थ

प्रस्तुत उत्तेजक गीत हिन्दी फिल्म जगत के नवीनतम रत्न 'तीस मार खान' से लिया गया है. यह गाना नायिका के संगमरमर जैसे शरीर से आकर्षित होने वाले लंगोट के ढीले पुरुषों पर नायिका की अपमानजनक प्रतिक्रया को व्यक्त करता है. नायिका उन्हें सीधे और कटु शब्दों में बताना चाहती है कि शीशे के पीछे रसगुल्ले की ख्वाहिश करना एक बात है और उसे चखना दूसरी बात!

I know you want it
 But you never gonna get it
Tere haath kabhi na aani
Maane na maane koi duniya 
Yeh saari, mere ishq ki hai deewani

गाने की शुरुआत नायिका के ईमानदारीपूर्ण वक्तव्य से होती है. वो जानती है कि इन मर्दों को उसकी भावनाओं, दिल और प्रेम से कोई सरोकार नहीं. वो तो बस एक ही चीज चाहते हैं. पर वो उन्हें मिलने वाली नहीं. उन्हें मुंह में भर आये पानी से ही अपनी प्यास बुझानी होगी. दुर्भाग्यपूर्ण, परन्तु सत्य.

Hey hey, I know you want it
but you never gonna get it
Tere haath kabhi na aani
Maane na maane koi duniya
yeh saari Mere ishq ki hai deewani
Ab dil karta hai haule haule se
Main toh khud ko gale lagaun
Kisi aur ki mujhko zaroorat kya
Main toh khud se pyaar jataun


नायिका पुनः दर्जनों पुरुषों में उसके प्रति जगी वासना पर प्रकाश डालती है. वो अपने आस-पास मंडराते छिछोरों को बताती है कि उनकी दाल नहीं गलने वाली. पर साथ ही यहाँ नायिका के व्यक्तित्व का एक और पक्ष उजागर होता है. सौंदर्य से जागृत अहंकार का पक्ष. वो अपनी सुन्दरता से इतनी प्रभावित है कि उसे किसी पुरुष की ज़रुरत नहीं. वो अपने अन्दर की स्त्री के लिए खुद ही पुरुष बन जाना चाहती है. अब इसे अहंकार की पराकाष्ठा कहें या आत्म-प्रेम की मादकता!

what's my name
what's my name
what's my name
My name is Sheela
Sheela ki jawani
I'm just sexy for you
Main tere haath na aani
Na na na sheela
Sheela ki jawani
I'm just sexy for you
Main tere haath na aani


अब नायिका अपना परिचय देती है. अपना नाम बताती है. और नाम भी ऐसा जो बूढ़ी नसों के लिए वायाग्रा का काम करे. उनमें यौवन का झंझावात ला दे. नाम बताने के साथ वो यह भी बताती है कि वो बहुत ही ज़्यादा सेक्सी है. अपने मुंह मियाँ मिट्ठू. पर इस आत्म-प्रशंसा में भी अहंकार की  सुगंध है. वो खुद को इतना ज़्यादा सेक्सी  बताती है कि वो सबकी  पहुँच से बाहर है. एक ऐसे चन्द्रमा की तरह जिसकी चांदनी तो सबको उपलब्ध है, पर उस चाँद को छूकर उसे महसूस करना किसी के बस की नहीं. यहाँ यह सिद्ध होता है है कि नायिका सौंदर्य की साधक ही नहीं, बल्कि अहंकार से भरी चुड़ैल भी  है.

Take it on
Take it on
Take it on
Take it on

 अब नायिका सीधे शब्दों में चुनौती देती है. एक ऐसी चुनौती जो शायद मर्दों में शराब के बिना भी साहस ला दे.

Silly silly silly silly boys
O o o you're so silly
Mujhe bolo bolo karte hain
O o oHaan jab unki taraf dekhun,
baatein haule haule karte hain
Hai magar, beasar mujh par har paintra


अब नायिका उनका उपहास करती है. उन्हें मूर्ख कहकर पुकारती है. उन्हें ज़लील करती है. वो मर्द नायिका के बारे में गुप-चुप बातें कर सकते हैं, पर उसके सामने जुबां नहीं खोल पाते. वासना और कायरता का ये अद्भुत संगम है.


Haye re aise tarse humko
Ho gaye sober se re
Sookhey dil pe megapan ke
teri nazariya barse re
I know you want it
but you never gonna get it
Tere haath kabhi na aani
SheelaSheela ki jawani
I'm just sexy for you
Main tere haath na aani
Na na na sheela
Sheela ki jawani
I'm just sexy for you
Main tere haath na aani

यहाँ आखिरकार वासना से मदहोश मर्द कुछ बोलने की  हिम्मत जुटाते हैं. वो धीमे स्वर में अपनी इच्छा ज़ाहिर करते हैं. वो बोलते हैं कि नायिका का फिसलता बदन उनके बंजर दिलों में प्रेम का अंकुर ला रहा है. मानो  नायिका  को उनकी असली इच्छा का पता ही नहीं. इसलिए वह उन्हें फिर से याद दिलाती है कि दिन में सपने देखना छोड़ दें. 

यह ख़ूबसूरत गीत आज ही नहीं, सदियों से चला आ रही नर और नारी की मानसिकता को उजागर करता है. नारी हज़ारों घंटे श्रृंगार और व्यायाम में बिताकर इस लायक दिखती है कि मर्द उस पर गिद्ध जैसी नज़रें डालें. पर जब वो नज़रें डालते हैं तो नायिका उन्हें चूजा सिद्ध कर देती है. नर भी कम नहीं. वो नारी के शारीरिक आकर्षण के सामने आपा खो बैठते हैं. जब वासना शिखर पर होती है तो साहस लुकाछिपी खेल रहा होता है. अब ऐसे में मिलन हो तो कैसे हो? इसी सवाल  के साथ यह गीत श्रोताओं और दर्शकों के मन में एक कसक छोड़ जाता है.